बाबुल तेरा अंगना........... छूटे ना............
मत भेजो ना सासरिया ,
अभी तो मुझे रहना हें इस अंगना ,
जिस अंगना , बचपन में झूला ,झुला .........
सहलिया के संग नाचना , गाना , वो हँसी , वो गपशप,
भाई के साथ कितनी ही शर्ते लगा - उसे हराना ,
उसकी चुगली करना..............और आप से डाट लगाना,
वो अंगना अब पराया हो जायगा ............और आप भी माँ
ना मिलेगा वहा माँ के हाथ का खाना ,
ना ही मिलेगा वहा पापा का प्यार ,
अभी से मत करो मुझे पराया .............
मत भेजो ना सासरिया...............
पापा काहे की जल्दी हें आपको ,
अभी तो मुझे और पढ़ना हें ,
में भी आपका नाम रोशन करुँगी ,
बाबुल मत करो अभी से पराया ...........
बाबुल तेरा अंगना ............. छूटे ना ..............
नही करो .......... नही करो ना ............ माँ
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