Thursday 8 January, 2009

ढूंढे तुझे ............

ढूंढे तुझे ............

कही तो होगा वो ,

जिसे बनाया , मेरे लिए,

इस खुदा ने .........

कब आयगा वो ........

और ले जाएगा मुझे दुल्हन बनाकर,

जिसके सपने में देखती हू रात दिन,

उस दिन का मुझे इंतजार हें...........

वो आए और ले जाए मुझे ,

अपने सपनो की दुनिया में ,

बस मेरी ये नजरे........

ढूंढे तुझे................

सिर्फ़ तुझे .............



1 comment:

  1. नयी कविता पढ़ी, सुंदर रचना बन पडी है, अपने शब्दों में कुछ मौसम को भी जगह दें.

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