
सबसे पहले तो उन्हें उनके जन्मदिन की बधाई देना चाहूंगी ।
आपका जन्म १२ जनवरी १८६३ में हुआ ।
आपके लिए ये पंक्तिया -
आप एक आध्यात्मिकता की मूरत हे
आपको हम शत शत बार नमन करते हे
आप की कही हुई बातें हम हमेशा याद रखंगे
आपने हर प्राणी में इश्वर के अंश देखा ।
शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में आपके व्यक्तित्व से विश्व मुग्ध हो उठा।
जहाँ एक ओर सर्व धर्म समभाव के प्रतीक थे वाही , आप में , अपने हिन्दू होने का गर्व भी था।
जहाँ एक ओर सर्व धर्म समभाव के प्रतीक थे वाही , आप में , अपने हिन्दू होने का गर्व भी था।
आप ने आज के नोजवानो को बहुत अच्छा संदेश दिया । धर्म का असली सार सक्तिसाली बनने में हे । जो कोई भी विचार तुम्हें शारीरिक, मानसिक और नेतिकरूप से कमजोर बनाये उन्हें त्याग दे ।
Great thought , yes Swami Vivekanada Ji not only Great but he was supernatural person .
ReplyDeleteHis personality was in spiritual thinking .
His thoughts of course , only for the welfare of the help of needy and helpless people
Happy Birthday of Swami Vivekanda , Same to you
Again thank of Great post
Keep it up !
इन्हे याद करना हमारी उपलब्धि है,आपने बहुत अच्छा किया यह लिखकर....
ReplyDeleteख़ास बात ये की नरेन्द्र का जब जन्म हुआ उस दिन भी सोमवार था और इस साल भी. स्वामी जी ने कहा था की चरित्र निर्माण से ही सब कुछ सम्भव है , चरित्र ही है जो पत्थर जैसी विपदाओं में छेद कर सकता है.
ReplyDeleteachcha likha hai aapne blog me
ReplyDeletevivekanand was great personality