Monday 5 January, 2009

दिल की बात.............

आज हम आपसे दिल की बात करते हें। दिल ऐसाकी सब के पास होता हें लेकिन वह धड़कता भी हें लेकिन दिल की अपने आप की बात सुन आन्ही पात हेंअब हम आपको क्या बताये ये दिल की बात ..................

अभी तो हम आपको बताना सुरु भी नही हुए और आप अपने दिल की बातो मे होने लग गए।

अरे अभी रुको तो सही............. कहा खो रहे हो............. अभी हमारी बातो पर जरा घोर फरमाए

दिल एक नाजुक बंधन हेंजिससे हम सभी जुड़े हें और हमारे कई रिश्ते जुड़े हेंहम माँ भी हें तो बेटी भी हें और एक बहू भी हेंयह सारे रिश्ते एक moti की ladhi के समान जुड़े हुए हें।

यह hamare लिए बहूत aमूल्य हें। इसे हमें जिंदगी भर सहज कर रखना हेंइन रिश्तो से हमें हमारे होने का एहसास होता हेंहमें जीवन के वह खुबसूरत पल देता हें जिसे हम जिन्दगी नही भूल पाते हेंयही रिश्ते हमें हमारी मंजिल की और लेकर जाते और आगे बढ़ने में हमारी मदद करते हें और इसी का नाम जिन्दगी हें। सभी के दिल में हमेशा एक ख्वाब रहता हें जिसे सभी अपने सपने सच करने में लगे रहते हें लेकिन सब यह भूल जाते हें की जिसे हम सपना मज रहे हें वह हकीकत हें। aur इसी उधेड़बुन में जिन्दगी चलती रहती हें और हम ............... कही खो जाते हें।

अरे भाई कहा खो गए आप .................

धन्यवाद

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